अपना काम स्वयं करें (Do Your Own Work) एक बहुत पुरानी कहावत है लेकिन इससे मिलने वाली सीख आज भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी की पहले थी। यह Bedtime story for Kids in Hindi बच्चों को अपना काम स्वयं करने के महत्वपूर्ण पाठ को सिखाती है।

जैसे को तैसा (Jaise ko Taisa or Tit for Tat) एक हिंदी मुहावरा है जिसका उपयोग उस स्थिति को संदर्भित करने के लिए किया जाता है जिसमें एक कार्रवाई या प्रतिशोध उस कार्रवाई के बराबर होता है जिसके जवाब में यह किया जाता है। यदि कोई अच्छा काम करता है तो उसे अच्छा फल मिलता है मगर इसके विपरीत बुरा काम करने पर बुरा फल ही मिलता है।

Never Give Up_ A Short Story in Hindi of Hard Work and Determination

कभी हार मत मानो (Never Give Up) वाक्यांश के बारे में हम आपने सुना तो बहुत होगा लेकिन जब हम मुश्किल दौर से गुजर रहे हो तब जिंदगी हमारी दृढ़ संकल्प और शक्ति की असली परीक्षा लेती है। आज हम इस कहानी के माध्यम से एक ऐसे परिवार के बारे में जानेगे जो एक जिंदा मिशाल है हार न मानने (Never Give Up) वाक्यांश के लिये।

आपको क्या बनना हैं (What You Want To Be) बड़े होकर, यह आज की पीढ़ी के बच्चों के लिए एक अहम सवाल बन गया है। आज के इस तेजी से बदलते दौर में हमें अपने बच्चों को बचपन से ही सीख देनी चाहिए कि एक अच्छा और बेहतर इंसान बनना क्यो जरूरी है जब भी हम उनसे बात करें कि आपको क्या बनना हैं बड़े होकर? फिर चाहे वो किसी भी पेशे या फील्ड में बड़े हो कर काम करें।

The Man Who Saved the Moon की कहानी एक मूर्ख व्यक्ति के बारे में है, जो पानी के कुएं में चंद्रमा का प्रतिबिंब देखता है और मानता है कि चंद्रमा कुएं में गिर गया है। वह चांद को कुएं बचाने से निकालने के लिए भरपूर प्रयास करता है और सोचता है कि वह बहुत होशियार है।

यह Hindi Kahani शैली की है जो अपने आत्मसम्मान (Aatmasammaan or Self-respect) की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम और फैसला लेती है जो उसकी जिंदगी को उलट-पुलट कर रख देती है। तो आइए जानते हैं ऐसा क्या हुआ था शैली के साथ जिसने उसे अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए मजबूर किया उस फैसले को लेने के लिए।

Ek Ahankaaree Nanha Paudha बच्चों के लिए एक हिंदी कहानी (Bedtime stories for kids in hindi) है जो अहंकार के खतरों पर एक मूल्यवान सबक सिखाती है। यह Short Story in Hindi एक ऐसे पौधे की है जो बहुत ही अहंकारी है और सूरज की किरणों और बारिश की बूंदों को अपने पास नहीं आने देता जिससे वह मुरझाने लगता है।

उसे बाद में विनम्रता के महत्व और बढ़ने और पनपने के लिए दूसरों के साथ सहयोग करने की आवश्यकता का एहसास होता है। सोने के समय की यह आकर्षक कहानी बच्चों में विनम्रता और सहयोग का मूल्य जगाने का एक शानदार तरीका है।

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Mere Bed ke Niche एक ऐसी Bedtime Stories for Kids in Hindi में है जिसमें एक छोटा बच्चा आश्वस्त हो जाता है कि उसके बिस्तर के नीचे एक monster छिपा है, जो उन्हें सोने से रोक रहा है। लेकिन अपनी प्यारी माँ की मदद से वह सीखता है कि कभी-कभी डर सिर्फ दिमाग का वहम होता है, और इसमें डरने की कोई बात नहीं होती है।

Mere Bed ke Niche एक मर्मस्पर्शी कहानी है जो बच्चों को अपने डर का सामना करने और रात की अच्छी नींद का आनंद खोजने के लिए प्रेरित करेगी।

Lagaav or Bonding एक ऐसी कहानी है जो याद दिलाती है की हम सोसाइटी और आधुनिकता के चक्कर में चीजें अपना तो लेते हैं लेकिन यह भूल जाते हैं कि उसका क्या प्रभाव हमारे जीवन पर हो रहा है । ऐसा क्या हुआ सुबोध और मालिनी के बच्चे के साथ, आइए जानते हैं इस Hindi Kahani में।

Bahoo Beta एक ऐसी Hindi Kahani है जो हमारे समाज में औरतों की स्थिति को दर्शाती है। हमारे समाज में बचपन से ही लड़कियों को लोग सिखाने लगते हैं कि तुम को तो किसी और के घर जाना है, यह घर तुम्हारा अपना नहीं। शादी के पहले पिता का और भाई का घर होता है, शादी के बाद पति का, और बुढ़ापे में बेटे का। इन्हीं सब पहलुओं से जूझती आकांक्षा की यह कहानी है। यह जानते हैं क्या है आकांक्षा की कहानी।

मर्दानी (Mardaani) हमारे समाज में फैली लिंग जांच और भ्रूण हत्या जैसी कुरीति को दर्शाती एक Hindi Kahani है।इस कहानी के माध्यम से एक माँ के प्यार और दृढ़ संकल्प की भावनात्मक यात्रा का अनुभव करें जहाँ लड़कियों को कम आंका जाता है और अवांछित हैं।

चरित्र (Charitra) एक स्वतंत्र लड़की द्वारा सामना किए गए पूर्वाग्रहों और निर्णयों को उजागर करती हुई Hindi Kahani है जो अपनी शर्तों पर जीवन जीने का विकल्प चुनती है। वह शादी के बाद परिवार के कुछ सदस्यों द्वारा लगातार जांच और उसके चरित्र (Charitra) के बारे में सवालों का सामना करती है, लेकिन क्या वह उन सामाजिक मापदंडों से मुक्त हो पाएगी और एक खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर पाएगी?

वरदान (Vardaan ) एक Hindi Kahani है जो मासिक धर्म (menstruation) से जुड़ी रूढ़िवादी सोच को चुनौती देती है, जिसमें एक महिला के संघर्ष को चित्रित किया गया है, जिसे मासिक धर्म के कारण घर में अपनी सास द्वारा भेदभाव का सामना करना पड़ता है। यह रूढ़िवादी मानसिकता को तोड़ने और मासिक धर्म के स्वास्थ्य (menstrual health) के बारे में बातचीत को सामान्य बनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।

यह Hindi Kahani गीता जी के दुनिया देखने के नजरिए (Najariya or Perception) के बारे में है। उनका मानना है कि जब आप समुद्र में कुछ भी डालते हैं वो थोड़ी देर बाद हमें वापस कर देता है, अपने पास कुछ नहीं रखता । हमारे बच्चे भी तो वैसे ही होते हैं। हम उनके साथ जैसा व्यवहार करेंगे, वैसा ही वो भी करेंगे। क्या गीता जी का दुनिया देखने का ये नजारा सही है? आईये जानते है इस कहानी में…

दो पहलू (Do Pahloo or Two Sides) एक ऐसी Hindi Kahani जो पारिवारिक रिश्तों की जटिलता और कैसे अक्सर गलतफहमियां इनमें दरार पैदा करने का कारण बन सकती हैं, को दर्शाती है। परिवार के प्रत्येक सदस्य किसी भी स्थिति को अपने हिसाब से देखते हैं और सोचते हैं बिना इस बात पर ध्यान दिए हुए कि उस स्थिति का दूसरा पहलू भी हो सकता है। आइए इस कहानी के माध्यम से ऐसी ही एक स्थिति को जानने की कोशिश करते हैं।

उड़ान (Udaan) एक युवा लड़की की आकांक्षाओं और उसकी अति-संरक्षित (Overprotective parents) मां की चिंताओं के बीच संघर्ष को चित्रित करती है। बेटी विदेश में पढ़ाई करने और दुनिया की खोज करने का सपना देखती है, लेकिन उसकी मां उसकी सुरक्षा और भलाई के लिए डरती है। तो आइए इस Hindi Kahani के माध्यम से जानते हैं कैसे इस समस्या का समाधान निकला।

जीजी मां (Jiji Ma) को लेकर मुझमें बड़ी उत्सुकता रहती थी कि जीजी मां (Jiji Ma) की शादी नहीं हुई क्या? अगर शादी हुई है तो वो यहां क्यों रहती है, अपने घर क्यों नहीं रहती? अगर शादी नहीं हुई तो क्यों नहीं हुई और सब लोग उन्हें जीजी मां क्यों बुलाते हैं? ऐसे ही अनगिनत सवाल सुहाना के मन में थे लेकिन पूछती किससे! इन सारे प्रश्नों के उत्तर आपको इस दिल को छू लेने वाली Hindi Kahani में मिलेगी।

जिंदगी हमारी तो फैसला किसी और का क्योँ (Jindagi Hamari to Faisala Kisi Aur ka Kyo) रीमा जी की कहानी है जो कि हमेशा दूसरों की खुशियों के लिए जीती रही। दूसरों के फैसलों को अपनी नियति मानती रही लेकिन एक फैसले ने उनके जीवन में प्यार, अपनापन और सुकून लौटा दिया। क्या था वो फैसला? आइये जानते है, इस Hindi Kahani में…

दोस्तों क्या मैं से हम (Main se Hum) बनना इतना मुश्किल है? क्या कभी आपने या आपके जान पहचान के लोगो ने मैं से हम बन (Main se Hum) कर देखने की कोशिश की है? क्या इसका परिणाम सुखद रहा है? आइए, इन सभी सवालों का जवाब इस Hindi Kahani में पाएं।