न केवल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 (Antarrashtriya Mahila Diwas 2024) पर बल्कि दैनिक दिनचर्या में हम जो कुछ भी करते हैं उसमें महिलाओं को शामिल करने के लिए प्रेरित करें (Inspire Women Inclusion)!

जानें कि ऐसा माहौल कैसे बनाएं जहां महिलाएं आगे बढ़ सके और साथ ही साथ जीवन और व्यवसाय के हर पहलू में महिलाओं को शामिल करना वास्तविक प्रगति के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

इस लेख में हम भारत में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code in India) की अवधारणा, लैंगिक समानता (gender equality) को बढ़ावा देने, कानूनी ढांचे को सरल बनाने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डालेंगे।

इस महत्वपूर्ण कानूनी सुधार के लाभों, चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं का भी पता लगाएं। बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्राप्त करें और भारत में समान नागरिक संहिता पर बातचीत में शामिल हों।

काश (Kaash) एक एक छोटी कहानी (Short Story in Hindi) है जो महिला सशक्तिकरण (mahila sashaktikaran or nari sashaktikaran) की जरूरत को सही तरीके से  चित्रित करती है और उन महिलाओं के प्रति हमारी अवधारणा (perception) को बदलने के लिए प्रेरित करती है जिन्हे हम गृहिणी या हाउसवाइफ (housewife) कहते है।