तेनाली रामा का कूबड़ का उपचार। Tenali Rama’s cure for hunchback: Tenali Raman stories for kids

तेनाली रामा का कूबड़ का उपचार। Tenali Rama’s cure for hunchback: Tenali Raman stories for kids

बच्चों के लिए इस आकर्षक कहानी में तेनाली रामा के कुबड़े के इलाज ( Tenali Rama’s cure for hunchback) की मनोरम कहानी की खोज करें और जाने कैसे तेनालीरामा ने अपनी सूझबूझ से विकट परिस्थिति में भी अपनी जान बचाई।

यह कहानी युवा पाठकों का मनोरंजन करेगी और उन्हें शिक्षित करेगी की कैसे किसी भी समस्या के समाधान के लिए सहानुभूति और बुद्धि की शक्ति का उपयोग करें। तेनाली रामा की इन मनोरंजक कहानियां से अपने बच्चे की कल्पना को प्रेरित करें।

तेनाली रामा का कूबड़ का उपचार। Tenali Rama’s cure for hunchback: Tenali Raman stories for kids

एक बार दिल्ली के सुल्तान ने अपने गुप्तचर को साधु का भेष बनाकर विजयनगर साम्राज्य जाने को कहा, और साथ में यह निर्देश भी दिया कि उसका साधु बनने का राज किसी को पता नहीं चलना चाहिए।गुप्तचर ने ऐसा ही किया।

जो कोई भी व्यक्ति जासूस के रहस्य के बारे में जान जाता था, जासूस उसे दवा पिलाकर कुछ दिनों के लिए उसका मानसिक संतुलन खराब कर देता था।
तेनालीराम को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने उस जासूस को सबक सिखाने का फैसला किया।

तेनालीराम ने किसी तरह जासूस को फिर से उस आदमी मिलवा दिया, जिसे जासूस ने मतिभ्रम वाली दवा पिलाई थी। वह आदमी ने जैसे ही जासूस को देखा उसके सिर पर एक जोरदार प्रहार कर दिया।

राजा कृष्णदेव राय को जब इस घटना का पता चला तो वह तेनालीराम पर बहुत ही क्रोधित हुए, उन्होंने कहा किसी भी राज्य के राजदूत के साथ इस तरह का बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए, और गुस्से में आकर उन्होंने तेनालीराम को सजा सुना दी।

पहरेदार तेनाली को किसी जंगल में ले गए और उसे गर्दन तक जमीन में गाड़ दिया, और कुछ देर बाद पहरेदार चले गए। कुछ देर बाद एक धोबी वहां से गुजरा, धोबी को देखकर तेनाली समझ गया कि यह आदमी कूबड़ की समस्या से पीड़ित है।

तेनालीराम ने जमीन से बाहर निकलने की युक्ति सोची। तेनालीराम ने बातों बातों में धोबी को यह विश्वास दिलाया कि वह कूबड़ की समस्या का इलाज करने के लिए वह इस प्रकार जमीन के अंदर है, ऐसा करने से कूबड़ ठीक हो जाता है।

धोबी अपनी पुरानी समस्या से छुटकारा पाने की उत्सुकता में तेनाली को खोदकर निकाल दिया, और अपने आप को गले तक दबा लिया।

चतुर तेनालीराम ने अपनी सूझबूझ और समझदारी का प्रयोग करके अपनी जान बचा ली।

तेनाली रामा का कूबड़ का उपचार कहानी से शिक्षा । Moral of Tenali Rama’s cure for hunchback: Tenali Raman stories for kids

इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है कि कितनी भी बड़ी समस्या क्यों ना हो हमें धैर्य और सूझबूझ से काम लेना चाहिए।

ऐसे ही अन्य चतुर तेनालीराम की मजेदार कहानियां पढ़ने के लिए हमारे Tenali Rama Story in Hindi वेबपेज को विजिट करना और पढ़ना ना भूले।

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आँचल बृजेश मौर्य चाय के पल की संस्थापक के साथ-साथ इस वेबसाइट की प्रमुख लेखिका भी है। उन्होंने ललित कला (फाइन आर्ट्स – Fine Arts) में स्नातक, संगीत में डिप्लोमा किया है और एलएलबी की छात्रा (Student of LLB) है।ललित कला (फाइन आर्ट्स) प्रैक्टिस और अपनी पढ़ाई के साथ साथ, आंचल बृजेश मौर्य विभिन्न विषयों जैसे महिला सशक्तिकरण, भारतीय संविधान, कानूनों और विनियमों इत्यादि पर ब्लॉग लिखती हैं। इसके अलावा उनकी रुचि स्वरचित कहानियां, कविताएं, बच्चों के लिए कहानियां इत्यादि लिखने में है।

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