राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024। Rashtriya Suraksha Divas 2024: Importance and History

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024। Rashtriya Suraksha Divas 2024: Importance and History

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (Rashtriya Suraksha Divas or National Safety Day in Hindi) हम सभी को याद दिलाता है कि खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। सुरक्षा सिर्फ प्राथमिकता नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी है।

1. भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024: एक सुरक्षित भविष्य को बढ़ावा देना – Rashtriya Suraksha Divas or National Safety Day 2024 in India: Promoting a Safe and Secure Future

Table of Contents

भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 (Rashtriya Suraksha Divas or National Safety Day in Hindi) व्यक्तियों, संगठनों और सरकार सभी के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में मिलकर काम करने का समय है।

2. भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 – Rashtriya Suraksha Divas or National Safety Day 2024 in India:

कार्यस्थल, घरों और समुदायों में सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए भारत में हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (Rashtriya Suraksha Divas) मनाया जाता है।

भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Safety Council of India – NSCI) ने 1972 में व्यक्तियों और संगठनों को दुर्घटना रोकने के सक्रिय उपायों को प्रोत्साहित करने के लिए यह पहल शुरू की थी।

3. राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस समारोह का महत्व -The Significance of the National Safety Day Celebration:

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (Rashtriya Suraksha Divas) मनाने के कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं:

  • यह हमारे दैनिक जीवन में सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। यह हमें याद दिलाता है कि दुर्घटनाएं कहीं भी और कभी भी हो सकती हैं, लेकिन सही सुरक्षा उपायों के साथ हम उन्हें रोक सकते हैं।
  • यह भारत में सुरक्षा की संस्कृति बनाने के लिए विभिन्न संगठनों द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालता है। इसमें सुरक्षा नीतियों को लागू करना, सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करना और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपकरण अपनाना शामिल है।
  • इसके अलावा, यह दिन व्यक्तियों, समुदायों, संगठनों और सरकारों सभी के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में एक साथ काम करने की प्रेरणा देता है हालांकि इसके लिए केवल इस दिन ही नहीं हर दिन  प्रयास करने की आवश्यकता होती है।

4. राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास – History of National Safety Day in Hindi:

जैसा कि ऊपर बताया गया है, हम प्रत्येक वर्ष 4 मार्च को भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (Rashtriya Suraksha Divas) मनाते हैं। लेकिन 4 मार्च ही क्यों? हमें इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए समय में पीछे मुड़कर इतिहास देखना चाहिए।

श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार (GOI) ने 11 से 13 दिसंबर 1965 तक दिल्ली में औद्योगिक सुरक्षा पर एक सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें भारत के राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन उपस्थित थे।

सम्मेलन में भाग लेने वाले सदस्यों द्वारा देश में सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय और राज्य सुरक्षा परिषदों की स्थापना के पक्ष में सहमति थी, जिसमें भारत सरकार (जीओआई), राज्य सरकारें, एंपलॉयर संगठन employer organization , ट्रेड यूनियन शामिल हैं।

इस घटना के बाद, स्थायी श्रम समिति के 24वें सत्र ने फरवरी 1966 में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) के गठन से संबंधित प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गयी।

 राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Safety Council -NSC) की स्थापना 4 मार्च 1966 को श्रम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा की गई थी और सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत एक सोसायटी के रूप में पंजीकृत की गई थी।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कार्यक्रम 4 मार्च 1972 को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना की वर्षगांठ मनाने के लिए की गई थी और तब से हर साल इस दिन को मनाया जाता है।

5. राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के उद्देश्य – The Objectives of National Safety Day:

  • कार्यस्थल, घरों और समुदायों में सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देना।
  • सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण (एसएचई) आंदोलन को देश के विभिन्न भागों में जागरूकता को बढ़ावा देना।
  • विभिन्न स्तरों पर विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
  • स्वेच्छापूर्ण सुरक्षा (Voluntary Safety) स्वास्थ्य (Health) और पर्यावरण (Environment) आंदोलन क्षेत्रों को शामिल करना, जो अब तक व्यवस्था से स्थापित नहीं किए गए हैं।
  • कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने में मालिक, कर्मचारियों और अन्य लोगों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाने के लिए।
  • आवश्यकता-आधारित गतिविधियों के विकास को बढ़ावा देना, कानूनी,  आवश्यकताओं और कार्यस्थलों पर प्रोफेशनल प्रबंधन प्रणाली को विकसित करना।

6. क्या है इस वर्ष की थीम – What is the Theme of National Safety Day 2024:

प्रत्येक वर्ष, राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है। पहला राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (Rashtriya Suraksha Divas) अभियान 1972 में शुरू किया गया था और तब से इसे प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है।

वैसे तो राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस प्रत्येक वर्ष 4 मार्च को मनाया जाता है, लेकिन सुरक्षा जागरूकता अभियान 4 मार्च से 10 मार्च तक एक सप्ताह के लिए आयोजित किया जाता है।

अभियान के अंतरगत पूरे देश में श्रमिकों, समुदाय और स्कूलों के बीच जागरूकता बढ़ाना, सुरक्षा पोस्टर (Safety Poster), नारा (Slogan), प्रतियोगिता (Competition), सुरक्षा प्रदर्शन (Safety Display) और कई अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करना शामिल है।

इस वर्ष यह 53वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (Rashtriya Suraksha Divas) है और राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 की थीम (National Safety Day 2024 Theme) “ईएसजी उत्कृष्टता के लिए सुरक्षा नेतृत्व पर ध्यान दें – Focus on Safety Leadership for ESG Excellence” है।

पिछले वर्ष (यानी 52वां) अभियान और राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 का विषय (National Safety Day 2023 Theme) “हमारा लक्ष्य- शून्य नुकसान -Our Aim – Zero Harm” था।

7. राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस थीम 2024 का उद्देश्य – Purpose of National Safety Day Theme 2024:

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस जागरूकता बढ़ाने और देश भर में कार्यस्थलों और समुदायों के भीतर एक मजबूत सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण के रूप में कार्य करता है।

जैसा कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Safety Council-NSC) के सर्कुलर (Circular) में स्पष्ट किया गया है; इस वर्ष की थीम संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (United Nations Development Program – UNDP) के लगातार विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals – SDG) की दिशा में एनएससी की गतिविधियों को सीधे जोड़ने के लिए तैयार की गई है।

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने 17 सतत विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals – SDG) को अपनाया है। श्रमिकों को सुरक्षित रखना और पर्यावरण की रक्षा करना जो एसडीजी के लक्ष्य संख्या 9 (Goal No. 9 of SDG) में परिलक्षित होता है और मुख्य रूप से “उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचे – Industry, Innovation and Infrastructure” पर केंद्रित है।

2024 की थीम, “ईएसजी उत्कृष्टता के लिए सुरक्षा नेतृत्व पर फोकस – Focus on Safety Leadership for ESG Excellence” दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है, जो स्थायी सुरक्षा प्रथाओं को चलाने में सक्रिय नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देती है।

आइए इस विषय के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डालें:

6.1 सुरक्षा नेतृत्व – Safety Leadership:

इस वर्ष की थीम साधारण जागरूकता से आगे बढ़ती है और सभी स्तरों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी वरिष्ठ प्रबंधन टीम पर डालती है। इसका तात्पर्य स्पष्ट अपेक्षाएँ स्थापित करना, संसाधन उपलब्ध कराना, कर्मचारियों को सशक्त बनाना और सक्रिय रूप से यह प्रदर्शित करना है कि सुरक्षा एक गैर-परक्राम्य प्राथमिकता है।

6.2 ईएसजी उत्कृष्टता – ESG Excellence

ईएसजी का मतलब पर्यावरण, सामाजिक और शासन है। यह कंपनियों और संगठनों के लिए पर्यावरण पर उनके प्रभाव, उनके सामाजिक उत्तरदायित्व प्रयासों और उनके शासन संरचनाओं की प्रभावशीलता को मापने के लिए एक रूपरेखा है। सुरक्षा नेतृत्व को ईएसजी के साथ जोड़कर, हम मानते हैं कि व्यापक स्थिरता लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्यस्थल सुरक्षा आवश्यक है।

6.3 सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के साथ संरेखण – Alignment with Sustainable Development Goals (SDGs)

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी – SGD) अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ भविष्य के लिए एक वैश्विक खाका पेश करते हैं। 2024 राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम (National Safety Day Theme 2024) सतत विकास लक्ष्य संख्या 9 (Sustainable Development Goals number 9) के साथ खूबसूरती से मेल खाती है जो उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा (Industry, Innovation and Infrastructure) है।

श्रमिकों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दिए बिना लचीले बुनियादी ढांचे का निर्माण, नवाचार को बढ़ावा देना और स्थायी औद्योगीकरण सुनिश्चित करना असंभव है। जिम्मेदारी से समाज की सेवा करने वाले उद्योगों के निर्माण के लिए सुरक्षा नेतृत्व आवश्यक है।

8. राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 कैसे मनाये – Activities for Celebrating National Safety Day 2024:

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Safety Council) ने कई गतिविधियों का सुझाव दिया है जो इस प्रकार है

  • सुरक्षा उपायों के बारे में सार्वजनिक समारोहों, सेमिनारों, चर्चाओं और वाद-विवादों का आयोजन करना।
  • नुकड़ नाटक, गाने का आयोजन करना और बच्चों को उनमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • सुरक्षा प्रतियोगिताओं का आयोजन – निबंध, स्लोगन, पोस्टर, हाउसकीपिंग, सुरक्षा प्रदर्शन इत्यादि।
  • आपात कालीन समय के अभ्यास का आयोजन।
  • प्रोटोकॉल के महत्व पर अपने ज्ञान को साझा करने के लिए अच्छे वक्ताओं को आमंत्रित करना।
  • सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रमों को आयोजित करना।
  • स्थानीय टीवी चैनलों और स्थानीय समाचार पत्रों पर सुरक्षा का विज्ञापन।
  • स्थानीय समाचार पत्रों में सुरक्षा के महत्व पर लेख लिखना।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 (Rashtriya Suraksha Divas 2024 or National Safety Day in Hindi 2024) सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण पहलुओं के साथ-साथ कार्यस्थलों पर, सड़कों पर, सार्वजनिक स्थानों पर, घर पर और आपात स्थितियों के दौरान सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने का एक अवसर है।

एक सुरक्षा संस्कृति (Safety Culture) का निर्माण करना यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि सुरक्षा (Safety) न केवल संगठनात्मक संस्कृति (Organizational Culture) का हिस्सा बने बल्कि जिस तरह से हम घर और समाज में रहते हैं। इसलिए, सभी के लिए सुरक्षित वातावरण (Safe Environment) बनाने की दिशा में मिलकर काम करना आवश्यक है।

9. FAQ or Frequently Asked Question on Rashtriya Suraksha Divas or National Safety Day in Hindi

Q : राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कब मनाया जाता है When is National Safety Day Celebrated?

Ans : 4 मार्च

Q : राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कब से कब तक मनाया जाता है What is the duration of celebration of National Safety Day/week ?

Ans : 4 मार्च से 10 मार्च तक

Q : राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस क्यों मनाया जाता है – Why National Safety Day is celebrated ?

Ans : दुनिया भर में लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक करने के लिए

Q : राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 की थीम क्या थी What was the National Safety Theme for 2023?

Ans : “हमारा उद्देश्य – शून्य नुकसान Our Aim – Zero Harm”

Q : राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 की थीम क्या है- What is the National Safety Theme for 2024 ?

Ans : “ईएसजी उत्कृष्टता के लिए सुरक्षा नेतृत्व पर ध्यान दें – Focus on Safety Leadership for ESG Excellence””

Q : सबसे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सप्ताह कब मनाया गया था ? When was first National Safety Day / Week was celebrated?

Ans : इसकी शुरुआत सबसे पहले 4 मार्च 1972 से हुई।


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बृजेश कुमार स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण और समुदाय (Occupational Health, Safety, Environment and Community) से जुड़े विषयों पर लेख लिखते हैं और चाय के पल के संस्थापक भी हैं।वह स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण और सामुदायिक मामलों (Health, Safety, Environment and Community matters) के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम (Portsmouth University, United Kingdom) से व्यावसायिक स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण प्रबंधन में मास्टर डिग्री (Master's degree in Occupational Health, Safety & Environmental Management ) हासिल की है। चाय के पल के माध्यम से इनका लक्ष्य स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण और समुदाय से संबंधित ब्लॉग बनाना है जो लोगों को सरल और आनंददायक तरीके से स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण के बारे में जानकारी देता हो।

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