अच्छे व्यवहार की शक्ति। Power of Good Behavior: Panchatantra Story of Forgiveness

अच्छे व्यवहार की शक्ति। Power of Good Behavior: Panchatantra Story of Forgiveness

क्षमा की इस प्रेरक पंचतंत्र कहानी में अच्छे व्यवहार की शक्ति (Power of Good Behavior) के बारे में जानेंगेऔर एक संत की यात्रा का अनुसरण करें जो एक बूढ़ी औरत के शत्रुतापूर्ण रवैये को अपनी अटूट दया से बदल देता है, यहाँ तक कि उसके दैनिक कूड़ा फेंकने की सूरत में भी। यह कालातीत कहानी करुणा के महत्व और सबसे कठिन लोगों पर भी इसके सकारात्मक प्रभाव को दर्शाती है। 

अच्छे व्यवहार की शक्ति की पंचतंत्र कहानी। Panchatantra Story of Power of Good Behavior:

बहुत समय पहले की बात है। एक गांव में एक साधु रोज भिक्षा मांगने के लिए आता था। जिस रास्ते से वह जाता भिक्षा मांगने के लिए वहां एक बूढ़ी औरत रखी थी। वह बूढ़ी औरत बहुत ही गुस्सैल और लड़ाकू स्वभाव की थी।
उस गांव के सभी लोग उसके झगड़ालू स्वभाव से परेशान थे। उसके इस बुरे स्वभाव के कारण उससे कोई भी व्यवहार नहीं रखता था।

जब भी वह साधु भिक्षा मांगने के लिए, गांव में उसके घर के पास से गुजरता वह बूढ़ी औरत उस अपने घर का कूड़ा करकट डाल देती। फिर भी वह दयालु स्वभाव का साधु कुछ नहीं बोलता और मुस्कुरा कर अपनी राह चला जाता।

साधु उस बूढ़ी औरत के कचरे से बचने के लिए कभी छाते का इस्तेमाल करता, या कभी अपनी जाने का समय बदलता। लेकिन बूढ़ी औरत जैसे उसका इंतजार करती रहती थी, वह उसे जैसे ही देखती उस पर कूड़ा करकट डाल देती।

फिर भी वह साधु कभी भी इस बात का विरोध न करता और ना ही उस बूढ़ी औरत पर गुस्सा करता। एक दिन जब साधु उस बूढ़ी औरत के घर के पास से निकला तो उस पर कचरा नहीं गिरा। उस साधु को बड़ा ही आश्चर्य हुआ।

उसने सोचा हो सकता है मां आज मुझे देख नहीं पाई है, इसलिए उन्होंने वह कूड़ा करकट मुझ पर नहीं डालें। चलो कोई बात नहीं। फिर दूसरे दिन जब वह बूढ़ी औरत के घर के पास से गुजरा तब भी उस पर कूड़ा करकट नहीं पड़ा।

तब साधु थोड़ा सोच में पड़ गया, लेकिन चला गया। तीसरे दिन भी जब वह बूढ़ी औरत के घर के पास से गुजरा तब भी उसके ऊपर बूढ़ी औरत ने कूड़ा करकट नहीं डाला। तो साधु को उस बूढ़ी औरत की चिंता हुई।

वह तुरंत उस बूढ़ी औरत का हाल जानने उसके घर के अंदर गया। वहां जाकर उसने देखा कि वह बहुत ही बीमार है। पूरा घर अस्त-व्यस्त पड़ा है, ना घर में कुछ खाने को है, और ना ही कोई उसकी देखभाल करने वाला है।

बूढ़ी औरत को किस अवस्था में देखकर साधु को बहुत दुख हुआ, उसने बूढ़ी औरत के घर की साफ सफाई की, और उसे खिला पिलाकर आराम करने को कहा और चला गया।

इसी प्रकार साधु अब रोज उस बूढ़ी औरत के लिए खाना लेकर आता था, और उसके घर की साफ सफाई करता और उसकी देखभाल भी करता। बूढ़ी औरत धीरे-धीरे स्वस्थ होने लगी।

बूढ़ी औरत साधु की सेवा प्रेम भाव से पूरी तरह स्वस्थ हो गई। औरत को अपने द्वारा किए गए कर्मों पर बहुत पश्चाताप हुआ । उसने साधु से क्षमा मांगी।

उसने कहा मैंने आपके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया, फिर भी आपने मेरी इतनी सेवा की, मेरी मदद की, मुझे क्षमा कर दीजिए। साधु ने मुस्कुरा कर कहा नहीं मां क्षमा मांगने की आवश्यकता नहीं है।

इसके पश्चात उस बूढ़ी औरत का व्यवहार धीरे-धीरे सब के प्रति बदलने लगा और गांव में लोग उसे बहुत पसंद भी करने लगे।

Moral of the Power of Good Behavior Story

इस panchtantra ki kahani से हमें क्या शिक्षा मिलती है कि हम अपने अच्छे व्यवहार से अपने शत्रु को भी बदल सकते।

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आँचल बृजेश मौर्य चाय के पल की संस्थापक के साथ-साथ इस वेबसाइट की प्रमुख लेखिका भी है। उन्होंने ललित कला (फाइन आर्ट्स – Fine Arts) में स्नातक, संगीत में डिप्लोमा किया है और एलएलबी की छात्रा (Student of LLB) है।ललित कला (फाइन आर्ट्स) प्रैक्टिस और अपनी पढ़ाई के साथ साथ, आंचल बृजेश मौर्य विभिन्न विषयों जैसे महिला सशक्तिकरण, भारतीय संविधान, कानूनों और विनियमों इत्यादि पर ब्लॉग लिखती हैं। इसके अलावा उनकी रुचि स्वरचित कहानियां, कविताएं, बच्चों के लिए कहानियां इत्यादि लिखने में है।

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