शेर और चूहे की कहानी। Awesome Lion and Mouse Story in Hindi

शेर और चूहे की कहानी। Awesome Lion and Mouse Story in Hindi

यह एक Lion and Mouse Story in Hindi or Sher aur Chuha ki Kahani in Hindi में है जो शायद हम सभी ने सुना होगा जब हम बच्चे थे। लेकिन यह कहानी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी कई साल पहले थी। यह do good have good Sher aur Chuha ki Kahani in Hindi में है जो हमें सबक सिखाती है कि यदि आप दूसरे लोगों के साथ अच्छे और दयालु हैं तो वे भी आपके साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे।

शेर और चूहे की कहानी । Short Lion and Mouse Story in Hindi written: A Do Good, Have Good Sher aur Chuha ki Kahani in Hindi:

एक घने जंगल में एक शेर रहता था और वह सभी जानवरों को बहुत परेशान करता था। जंगल के सभी जानवर शेर से बहुत डरते थे।

उसी जंगल में एक चूहा भी रहता था। वह बहुत ही डरपोक था, अगर जंगल में तेज हवा भी चलने लगे तो डर से उसकी हालत खराब हो जाती थी। जंगल के बाकी जानवर उसका बहुत मजाक उड़ाते थे।

एक दिन जब चूहा अपने दोस्तो हीरन, बंदर, हाथी, खरगोश, इत्यादी के साथ बैठा बातें कर रहा था। तभी अचानक से जंगल में तेज हवा चलने लगी और चूहा डर के मारे जल्दी से झाड़ियों में छुप गया।

सभी चूहे पर हंसने लगे तभी हाथी ने कहा यह तो इतना डरपोक है कि हवा चलने से भी डर जाता है। और सभी जानवर उसका मजाक उड़ाने लगे। चूहे को यह सुनकर बहुत बुरा लगा।

वह झाड़ियों से बाहर आया और बोला मैं डरपोक नहीं हूं। तुम लोगों को क्या लगता है, मैं डर गया था। मैं डरा नहीं था, मैं किसी काम से गया था। फिर सारे जानवर हंसने लगे और बोले अच्छा ठीक है, अगर तुम डरे नहीं थे तो शेर के पास जाकर दिखाओ।

चूहे ने कहा ठीक है, चलो… उसके पास जाने में क्या हुआ है। मैं अभी चला जाता हूं… और शेर के पास जाना क्या मैं तो उसके ऊपर उछल कूद भी कर सकता हूं। मैं शेर से नहीं डरता, तुम लोग डरते होंगे। और चूहा अपनी बहादुरी दिखाने के लिए शेर के पास गया।

शेर अपनी गुफा के बाहर सो रहा था। चूहा धीरे-धीरे करके शेर के ऊपर चढ़ गया। शेर सो रहा था, इसलिए उसे पता नहीं चला। फिर चूहे की हिम्मत थोड़ी और बढ़ गयी, वह अपनी बहादुरी दिखाने के लिए सिर के ऊपर उछल कूद करने लगा।

और सारे जानवरों से बोला देखो… मैं शेर के ऊपर उछल कूद भी कर रहा हूं, मैं नहीं डरता शेर से, मैं डरपोक नहीं हूं… तुम लोग डरते हो।

सारे जानवरों ने उसे ऐसा करने से मना किया और बोला वापस आ जाओ वरना शेर जाग जाएगा। लेकिन चूहे ने उन लोगों की बात नहीं मानी और तभी सभी शेर उठ गया। शेर के उठते ही सभी जानवर वहां से डर के भाग गए।

चूहा डर से कांपने लगा। उसने कहा आप मुझे माफ कर दीजिए, मैं ऐसा फिर कभी नहीं करूंगा। मुझसे गलती हो गई, अगर आप मुझे छोड़ देंगे तो हो सकता है कि मैं कभी आपके काम आ जाऊं।

शेर हंसने लगा उसने कहा… तुम मेरे क्या काम आ सकते हो। लेकिन तुम्हें मार कर भी क्या फायदा, तुम इतने छोटे से जानवर हो। तुम्हारी क्या जरूरत मुझे…मैं तो वैसे ही बहुत ताकतवर हूं।

आज मेरा किसी को मारने का मन नहीं है इसलिए मैं तुम्हें छोड़ देता हूं। जाओ यहां से और फिर कभी मेरे सामने मत आना। चूहा भी शेर को धन्यवाद देता हुआ वहां से चला गया।

कुछ दिनों बाद जंगल में शिकारी आए जानवरों को पकड़ने के लिए। उन्होंने जंगल में जाल बिछा दिए। शेर इस बात से अनजान जंगल में इधर-उधर घूम रहा था और अचानक से वह जाल में फस गया। उसने मदद के लिए और जानवरों को बुलाया। लेकिन सभी शेर से डरते थे, इसलिए कोई उसके पास नहीं गया। शेर ने अपने आप को छुड़ाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह छुड़ा नहीं पाया ।

शेर निराश होकर बैठ गया थोड़ी देर बाद चूहा उधर से टहलता हुआ जा रहा था। उसने देखा शेर शिकारी के जाल में फंसा हुआ है। वह तुरंत शेर के पास पहुंचा, उसने कहा आप इस जाल में कैसे फंस गए।

शेर ने कहा मुझे नहीं पता था कि शिकारी ने यहां जाल बिछाया है और मेरी कोई मदद भी नहीं कर रहा है। चूहे ने कहा मैं आपकी मदद करूंगा। मैं अपने नुकीले और तेज दातों से यह जाल काट देता हूं फिर आप बाहर आ जाना।

फिर चूहे ने जल्दी-जल्दी जाल काटना शुरू कर दिया और थोड़ी देर में जाल काट दिया। तभी शेर ने देखा शिकारी आ रहे थे। शेर ने कहा जल्दी करो… मेरी पीठ पर बैठ जाओ, शिकारी आ रहे हैं… हमें तुरंत यहां से चलना होगा।

चूहा जल्दी से शेर की पीठ पर बैठ गया और शेर तेजी से वहां से भागता हुआ अपनी गुफा की तरफ चला गया। शेर अपनी गुफा के बाहर रुक गया। उसने चूहे को नीचे उतारा और उसका धन्यवाद किया। उसने कहा तुम्हारा बहुत-बहुत शुक्रिया, तुमने आज मेरी जान बचा ली।

उस दिन मैंने तुम्हारा बहुत मजाक उड़ाया, इसके लिए मुझे क्षमा कर देना। आज से तुम मेरे सबसे अच्छे मित्र हो।

और फिर उस दिन के बाद से शेर और चूहे (Lion and Mouse) में अच्छी मित्रता हो गई। दोनों साथ-साथ जंगल में घूमा करते। सारे जानवर भी अब चूहे का मजाक नहीं उड़ाते थे। शेर ने चूहे की दयालुता और सच्चाई से सीख ली। वह समझ गया कि बुराई का अंत अच्छाई से होता है। उस दिन से उसने कभी भी किसी जानवर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की और हमेशा दयालु और सच्चा रहा।

शेर और चूहे की कहानी से सीख । Moral of the lion and the mouse Story in hindi or Sher aur Chuha ki Kahani in Hindi:

Lion and the Mouse Story in hindi or sher aur chuha ki kahani in hindi से यह सीख मिलती है कि हमें दयालु और सच्चे होना चाहिए। हमें दूसरों की मदद करना चाहिए और दूसरों के दुखों को कम करने का प्रयास करना चाहिए । यह एक do good have good Sher aur Chuha ki Kahani in Hindi में है जिसका मतलब यह दूसरो के साथ अच्छा करोगे तो तुम्हारा भी भला होगा।

अगर हम दयालु और सच्चे रहेंगे दूसरो के साथ अच्छा करेंगे तो हम अपने आसपास के लोगों के लिए एक सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और अपना भी भला होगा।


नोट: यहां साझा की गई प्रेरक या नैतिक कहानी मेरी मौलिक रचना नहीं है, मैंने इसे पहले भी पढ़ा है और मैं अपने विचारों और सीखों को शामिल करने के बाद बस इसका हिंदी संस्करण प्रदान कर रहा हूं।

Note: This Bedtime story or Moral Story shared here is not my original creation, I have read it before and I am just providing the Hindi version of it after including my own thoughts and learnings.


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आँचल बृजेश मौर्य चाय के पल की संस्थापक के साथ-साथ इस वेबसाइट की प्रमुख लेखिका भी है। उन्होंने ललित कला (फाइन आर्ट्स – Fine Arts) में स्नातक, संगीत में डिप्लोमा किया है और एलएलबी की छात्रा (Student of LLB) है।ललित कला (फाइन आर्ट्स) प्रैक्टिस और अपनी पढ़ाई के साथ साथ, आंचल बृजेश मौर्य विभिन्न विषयों जैसे महिला सशक्तिकरण, भारतीय संविधान, कानूनों और विनियमों इत्यादि पर ब्लॉग लिखती हैं। इसके अलावा उनकी रुचि स्वरचित कहानियां, कविताएं, बच्चों के लिए कहानियां इत्यादि लिखने में है।

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