होली का त्यौहार 2024। Holi Festival 2024: The Most Vibrant Festival of the Year

होली का त्यौहार 2024। Holi Festival 2024: The Most Vibrant Festival of the Year

होली त्यौहार (Holi Festival 2024) की परंपरा, संस्कृति और उसके महत्व के बारे में जानने के लिए इस पर्व पर निबंध हिंदी में (Holi Festival Essay in Hindi) पढ़ें।

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1. होली पर्व 2024 का संक्षिप्त परिचय – A brief introduction of Holi Festival 2024:

भारत देश में कई तरह के त्यौहार मनाए जाते हैं। हर त्यौहार का अपना एक अलग ही महत्व होता है। त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है, इसी तरह होली (Holi Festival in Hindi) भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

होली जिसे दुनिया भर में रंगों के उत्सव (Festival of Colors) के नाम से जाना जाता है। इसका आनंद लेने के लिए विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।

हिंदू धर्म और उत्तर भारत में मनाए जाने वाला यह एक विशेष त्यौहार है जिसका एक अलग महत्व है। यह त्योहार रंगो एवं फूलों से मनाया जाता है।

यह त्यौहार (Holi Festival 2024) लोगों में रोमांच भर देता है। होली सामान्यत: दो दिन मनाई जाती है, होली के पहले दिन होलिका जलाई जाती है, जिसे होलिका दहन कहते हैं। और दूसरे दिन रंगों के साथ इसे मनाया जाता है, जिसे रंग धुलेंडी भी कहते हैं।

त्योहार (Holi festival) मनाने की कई प्रथाएं प्रचलित है, लेकिन सब का मतलब एक ही है, ‘लोग अपने मतभेदों को भूलने, एक दूसरे को माफ करने और जीवन की सुंदरता का जश्न मनाने‘ के लिए एक साथ आए।

2. वर्ष 2024 में होली कब है – When is Holi Festival 2024 – Holi Festivals 2024 Date – Holi Kab Hai 2024

हिंदी पंचाग के अनुसार फाल्गुन की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन होता हैं, और चैत्र की प्रथमा के दिन रंग खेला जाता हैं । वर्ष 2024 में होलिका दहन 24 मार्च को है एवं 25 मार्च को रंग धुलेंडी मनाई जायेगी।

3. होली का इतिहास – Holi History in Hindi, Holi Festival Katha or Holika Dahan History:-

होली का इतिहास (Holi History in Hindi) बहुत ही पुराना है और इसकी उत्पत्ति के विषय में अनेक किंव दंती (लोकजीवन में प्रचलित कथाओं या एक ही विषय के बारे में अलग अलग कथाएं) हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार होलिका हिरण्यकश्यप की बहन थी। जिसे अग्नि नहीं जला सकती ऐसा वरदान प्राप्त था।

हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र प्रहलाद को समाप्त करने के लिए अपनी बहन होलिका से कहा और जब होलिका ने प्रहलाद को लेकर अग्नि में प्रवेश किया तो भगवान विष्णु के भक्ति में लीन प्रहलाद नहीं बल्कि होलिका उस अग्नि में जलकर समाप्त हो गई। क्योंकि उसने अपने वरदान का गलत प्रयोग किया इसके लिए उसका वरदान विफल हो गया।

तब से यह अलाव जलाना होलिका दहन और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक बन गया।

कुछ पौराणिक कथाओं एवं मान्यताओं के अनुसार राक्षस हिरण्यकश्यप को भगवान ब्रह्मा से वरदान मिला था, जिसने उसे अजेय बना दिया। जिसके परिणाम स्वरुप वह अत्यंत अभिमानी हो गया। उसने अपने आप को भगवान समझ लिया और जो लोग इस बात को नहीं मानते उन्हें हिरण्यकश्यप ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

हिरण्यकश्यप का एक पुत्र था, जिसका नाम था। प्रहलाद भगवान विष्णु का भक्त था। हिरण्यकश्यप को अपने पुत्र प्रहलाद की भगवान विष्णु के प्रति भक्ति पसंद नहीं थी, इसलिए उसने प्रहलाद को भी प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। लेकिन भगवान विष्णु के प्रति प्रह्लाद की अटूट भक्ति के कारण ही उसके पिता हिरण्यकश्यप के अत्याचारों का अंत हुआ।

कहा जाता है, कि हिरण्यकश्यप को वरदान प्राप्त था। वह न दिन में मर सकता है ना रात में, ना वह घर के अंदर मर सकता है ना घर के बाहर,  ना उसे कोई मनुष्य मार सकता है ना जानवर, और ना ही वह किसी और शस्त्र से मर सकता है।

इसलिए उसका अंत करने के लिए भगवान विष्णु को नरसिंह अवतार लेना पड़ा जो कि आधा शेर और आधा मनुष्य रूप था। जिन्होंने हिरण्यकश्यप के पापों का अंत किया और फिर से अधर्म पर धर्म की स्थापना की इसलिए लोग इस पर्व को मनाते हैं।

4. होली की परंपराएं और रीति-रिवाज । Holi festival traditions and customs: 

होली (Holi Festival) दो दिवसीय पर्व है, जो होलिका दहन से प्रारंभ होता है। अलाव जलाना होलिका दहन और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक बन गया है।

अगले दिन, रंग वाली होली या धुलंडी के रूप में जाना जाता है। कुछ कथाओं के अनुसार यह पर्व भगवान श्री कृष्ण और राधा के प्रेम का प्रतीक भी है, जिसे हम होली के रूप में मनाते हैं।

होली पर लोग सार्वजनिक स्थानों पर एकत्रित होते हैं, नाचते- गाते हैं, और एक दूसरे पर रंगों और फूलों की वर्षा करते हैं। यह माना जाता है, कि रंग जीवन की विविधता और जीवंतता का प्रतिनिधित्व करता है। एक दूसरे को रंग लगाना लोगों के बीच की बाधाओं और मतभेदों को तोड़ने का प्रतीक है।

5. होली कैसे मनाई जाती हैं How Holi is being celebrated in India:

यह त्यौहार उत्तर भारत में विशेष रूप से मनाया जाता हैं। पुरे देश में मथुरा, वृन्दावन, ब्रज, गोकुल, नंदगाँव की होली सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं।

Lathmar holi

इनके अलावा बरसाना की होली सबसे ज्यादा अनोखी हैं, इसे लट्ठमार होली (Lathmar Holi) कहा जाता हैं। इस लट्ठमार होली में महिलाएं पुरुषों को लट्ठ मारती हैं। इस लठमार होली का आनंद लेने के लिए विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।

Holi of Ger

इसी प्रकार मध्य भारत की गेर- (Gair) की होली (रंगपंचमी की विशाल शोभायात्रा – Rang Panchami) प्रसिद्ध है, जो कि होली के पांच दिन बाद मनाया जाता हैं। इसमें रंग हाथों से नहीं बल्कि टैंकर में भरकर लोगो पर बरसाया जाता हैं। इसमें सभी लोग एक साथ इक्कट्ठा होकर होली खेलते हैं।

इसी प्रकार देश के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न-भिन्न तरह से होली का पर्व मनाया जाता है। कहीं-कहीं लोग फाग महोत्सव भी मनाते हैं, जिसे आम बोलचाल की भाषा में फगुवा कहते हैं। गांव में विशेष रूप से या मनाया जाता है, जिसमे ढोलक, मंजीरा बजाकर होली के गीत गाते और नाचते हुए त्यौहार का आन्नद लेते हैं।

6. होली का जश्न और व्यंजन Holi Festival food :

Holi food

स्वादिष्ट व्यंजनों के बिना कोई भी पर्व पूर्ण नहीं होता। होली के व्यंजनों (Holi Festival Food) में सबसे लोकप्रिय गुझिया, मालपुआ, मठरी, शक्करपारे, नमक पारे, दही भल्ला इत्यादि शामिल हैं।

होली में विशेष रूप से भांग वाली ठंडाई पी जाती हैं। यह एक ठंडा, मीठा दूध का पेय है, जिसे मसालों और नट्स के मिश्रण से बनाया जाता है। लोग एक दूसरे को स्वादिष्ट व्यंजन खिलाते हैं, और गुलाल लगाकर बधाई देते हैं।

7. होली का पर्व 2024 – Holi Festival 2024 : खुशी और सौहार्द के रंगों का जश्न:

Holi Festival Colors

होली जीवन में प्रेम और सौहार्द दर्शाता है। इस दिन लोग अपने मतभेदों को भुलाकर एक साथ जीवन का आनंद लेते हैं। होली एक ऐसा पर्व है, जो युगों से चला आ रहा है, और लोगों को एकता और प्रेम की भावना से एक साथ लाता है।

होली सांस्कृतिक और धार्मिक दोनों बिंदुओं से महत्वपूर्ण है। हिंदू धर्म में यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत और वसंत के आगमन का प्रतिनिधित्व करता है। होली भारत की सांस्कृतिक विविधता और समावेशिता का भी प्रतीक बन गया है।

यह रंगो का उत्सव अब पूरी दुनिया में प्रचलित है।

8. सुरक्षा और सावधानी (Safety & Precautions in Holi Festival in Hindi):

होली के दौरान कुछ सुरक्षा और सावधानी बरतनी चाहिए। होली में एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि वह रंग केमिकल युक्त नहीं, पूर्णता प्राकृतिक होना चाहिए । अन्यथा कई लोगों को इससे एलर्जी भी हो सकती है।

और कुछ लोग अनुचित व्यवहार करने के लिए बड़ी भीड़ और अराजक प्रकृति का लाभ उठा सकते हैं। इसलिए, होली के दौरान सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है।

हाल के वर्षों में, यह समारोह आधुनिक और व्यवसायिक हो गया है। इस प्रकार के समारोह में डीजे, लाइव संगीत और रेन डांस जैसे मनोरंजन के रूप शामिल होते हैं। यह त्यौहार मनाने का एक आधुनिक तरीका हो सकता है, लेकिन आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को याद रखना महत्वपूर्ण है।

फिर चाहे आप पारंपरिक या आधुनिक तरीके से होली मनाते हो, लेकिन सुरक्षित रहना और त्योहार की भावना को अपनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। होली के दौरान उपयोग किए जाने वाले रंग केमिकल युक्त होते हैं, जो आपकी आँखों के लिए हानिकारक भी हो सकते है, इसलिए सावधानी बरतें ।

पानी के गुब्बारे होली मनाने का एक तरीका हो सकता हैं, वहीं ये दूसरों के लिए खतरनाक और हानिकारक भी हो सकता हैं।

होली का हर रंग एक अलग भावना का प्रतिनिधित्व करता है। लाल प्रेम का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि नीला दिव्य और आध्यात्मिक प्रकट करता है। होली हमें प्रेम आनंद और एकजुटता का संदेश देता है। इसलिए रंग कोई भी हो आपस में प्रेम और सौहार्द अत्यंत आवश्यक है।

9. होली के गाने – List of Holi Songs Hindi, Holi Geet, Holi ke Gaane

होली के उत्सव में लोक गीत और हिंदी फिल्म गाने बहुत लोकप्रिय हैं । लोग कुछ दिन पहले से ही इकट्ठा होते हैं और एक साथ आनंद लेते हैं, विभिन्न गीतों पर नृत्य करते हैं।

नीचे होली पर कुछ प्रसिद्ध लोक गीत और हिंदी फिल्म गाने के दिए गए हैं।

लोक गीत का नाम (Folk Songs)स्थान (Place)
बरसा रे बरसाराजस्थान
आज बिरज में होरी रे रसियाउत्तर प्रदेश
होली खेले रघुवीरा अवध मेंउत्तर प्रदेश
हली ला जाना नीपंजाब
चढ़ चढ़ मोरी बाईंनमध्य प्रदेश
मांगला गावे रेबिहार
के दिन आया फागण काहरियाणा
होली आई रे, आई रे, होली आई रेराजस्थान
तेरा तिलवा डालदेहिमाचल प्रदेश
म्हारी चुनरी लहरायेराजस्थान
फ़िल्मी गाने (Holi Hindi Filmy Songs)फिल्म (Movie)
रंग बरसे भीगे चुनर वालीसिलसिला
होली के दिन दिल खिल जाते हैंशोले
अंग से अंग लगाना सजनीदोस्ती
बलम पिचकारी जो तेरीये जवानी है दीवानी
सोनी सोनी अख्खा नेमोहब्बतें
आज ना छोड़ेंगे बस हमजोलीकामदेव
जैसे माथे पे सिंदूरये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे
होली के बाद इत्तफ़ाकआनंद
बदला जमाना होली हैकांगना
एक आजा बहारों की मल्हारनया दौर
अंग लगा दे रेराम लीला
बहियाँ में आज क्या हुआअनमोल रतन
होली के रंगकमीने

10. होली की शुभकामनाएं – Holi Festival Quotes in Hindi, Holi Festival Wishes in Hindi:

Holi Wishes
रंगों का त्यौहार होली आ रहा है, सबको बधाई और शुभकामनाएं।
होली का रंग और गुलाल लेकर आओ, खुशियों का ये त्यौहार मनाओ।
होली का त्यौहार है आया, सबको रंगों से नहलाया।
होली के रंगों में गुलाबी, हरे, नीले, पीले रंग मिलाकर सबको गले लगाओ।
रंगों का त्यौहार होली की शुभकामनाएं, रंग-रंगीली होली की शुभकामनाएं।
होली के रंग सबको अच्छे लगते हैं, सबको होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
होली के रंग बरसेंगे, सबको खुशी देंगे।
होली का रंगों का त्यौहार है ये, जीवन में आए खुशियों का त्यौहार है ये।
रंग-बिरंगे होली के त्यौहार पर दिल से बधाई और शुभकामनाएं।
होली के त्यौहार में आपको खुशियाँ मिलें, आपके जीवन में सुख समृद्धि हो, हमारी तरफ से होली की शुभकामनाएं।
आप सभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं! होली का त्योहार आपके जीवन में खुशियों और उमंग से भर दे। इस खूबसूरत रंगों के त्योहार के अवसर पर आप सभी को ढेर सारी खुशियां मिलें। होली की शुभकामनाएं!
यह त्यौहार रंगों का है, इसमें खुशियों का मेला है, हमेशा याद रखें कि होली का त्योहार हम सबके दिल में प्यार और खुशी का एक अलग ही जगह रखता है। इस त्योहार के अवसर पर आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएं।
होली का त्योहार जीवन के सभी पलों को रंगों से भर देता है। इस त्योहार में बुराई को मिटाने और अच्छाई को बढ़ाने का संदेश होता है। मैं आपकी ज़िन्दगी में सदा ये दुआ करता हूँ कि आपकी ज़िंदगी हमेशा रंगीन होती रहे। होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
होली का त्योहार हमें एक-दूसरे के साथ बंधनों को मजबूत करने का मौका देता है। यह एक ऐसा मौका होता है जब हम अपने प्यार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं और उनसे अपनी खुशियों को बांटते हैं। मेरी दुआ है कि आपका जीवन हमेशा खुशियों और प्यार से भरा रहे। होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
होली के त्योहार की खुशी में आशा करता हूँ कि आप इस रंगों का त्योहार खूब मज़े से मनाएंगे। इस त्योहार को जीवन के सभी पलों में सुखद बनाने की शुभकामना करता हूँ। होली की ढेर सारी शुभकामनाएं!
होली के इस खुशी के अवसर पर मैं आपको दिल से बधाई देता हूँ। इस त्योहार के मौके पर मैं आपको सुख, समृद्धि, सौभाग्य और सफलता की कामना करता हूँ। होली के इस प्रफुल्लित अवसर पर मैं आपकी ज़िन्दगी को रंगों से भरने की शुभकामना करता हूँ। होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
होली का त्योहार हर साल रंगों की उमंग लेकर आता है। इस बार भी आपके जीवन में खुशियों का जश्न मनाने का मौका है। मैं आपको होली के इस अवसर पर खुश रहने की और अपनी ज़िन्दगी को सफलता के उच्चाईयों तक पहुँचाने की शुभकामना करता हूँ। होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
होली के इस अवसर पर मेरी दुआ है कि आपकी ज़िन्दगी सदैव रंगीन रहे। यह त्योहार आपको समझाता है कि हम सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और हमें एक-दूसरे के साथ खुशियों और दुखों का सामना करना होता है। होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
रंगों का त्यौहार होली आने वाला है। इस खुशी के मौके पर मेरी तरफ से आप सभी को होली की शुभकामनाएं।
होली के इस पावन अवसर पर आपको खुशियों की बहार मिले, जीवन में खुशहाली बनी रहे और आपका हर सपना पूरा हो। होली की शुभकामनाएं।
आज होली के रंगों से आपकी जिंदगी रंगीन हो जाए, यही दुआ है हमारी आपके लिए। होली की शुभकामनाएं!
होली का रंग चमके सुख और उमंग से, आपके जीवन में हमेशा खुशियों की बहार हो, शुभहोली!

11, FAQ on Holi – Frequently Asked Questions on Holi:

Q : वर्ष 2024 में होली कब है – When is Holi Festival 2024 – Holi festivals 2024 Date – Holi kab hai 2024?

Ans : 25 मार्च 2023

Q : होली के दिन क्या करते हैं ?

Ans : रंग एवं गुलाल से होली खेलते हैं.

Q : रंग धुलेंडी कब है ?

Ans : 25 मार्च

Q : होलिका दहन कब है ?

Ans : 24 मार्च

Q: होली क्या है?

Ans: होली भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है जो फाल्गुन महीने में मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान लोग रंगों से खेलते हैं और एक-दूसरे  को अबीर-गुलाल लगाते हैं।

Q: होली के त्यौहार में कौन से व्यंजन खाए जाते हैं?

Ans: होली के त्यौहार में लोग गुझिया, मालपुआ, दही भल्ले, ठंडाई, इत्यादि खाते हैं। ये स्पेशल होली फूड होते हैं जो त्योहार के अवसर पर बनाए जाते हैं।


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आँचल बृजेश मौर्य चाय के पल की संस्थापक के साथ-साथ इस वेबसाइट की प्रमुख लेखिका भी है। उन्होंने ललित कला (फाइन आर्ट्स – Fine Arts) में स्नातक, संगीत में डिप्लोमा किया है और एलएलबी की छात्रा (Student of LLB) है।ललित कला (फाइन आर्ट्स) प्रैक्टिस और अपनी पढ़ाई के साथ साथ, आंचल बृजेश मौर्य विभिन्न विषयों जैसे महिला सशक्तिकरण, भारतीय संविधान, कानूनों और विनियमों इत्यादि पर ब्लॉग लिखती हैं। इसके अलावा उनकी रुचि स्वरचित कहानियां, कविताएं, बच्चों के लिए कहानियां इत्यादि लिखने में है।

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