बंदर और बिल्ली की कहानी। Bandar aur Billi ki Kahani: The Bread Battle

बंदर और बिल्ली की कहानी। Bandar aur Billi ki Kahani: The Bread Battle

Bandar aur Billi ki Kahani बहुत ही मजेदार और दिल को छू लेने वाली कहानी है। इस कहानी में रोटी के एक टुकड़े के लिए आपस में झगड़ते हुए दो बिल्लियों से मिलें, लेकिन एक चतुर बंदर (chalak bandar) उन्हें मात दे देता है।

निष्पक्षता और टीम वर्क के विषयों के साथ, यह आकर्षक कहानी युवा पाठकों के लिए एकदम सही है। तो इस मजेदार और गुदगुदाने वाली बंदर और दो बिल्लियों की कहानी (bandar aur do billi ki kahani) हिंदी में पढ़ें!

बंदर और बिल्ली की कहानी। Two Cats and a Monkey Story in Hindi or Bandar aur Billi ki Kahani:

एक समय की बात है, एक गांव के बाहर पेड़ पर एक बंदर बैठा था। वह इधर उधर देख रहा था। काफी दूर से आने की वजह से उसे भूख भी लग रही थी, और सोच रहा था, कि कुछ खाने को मिल जाए तो अच्छा हो।

तभी उसने देखा दो बिल्लियां आपस में लड़ रही हैं, उसे समझ नहीं आया कि यह दोनों क्यों लड़ रहे हैं। फिर उसने ध्यान लगाकर उनकी बातें सुनी।

एक बिल्ली ने कहा यह रोटी मैं खाऊंगी इसे मैंने चुराया है, तो दूसरी बिल्ली ने कहा यह रोटी मैं खाऊंगी क्योंकि इसे चुराते हुए मुझे मार पड़ी है। दोनों इसी बात पर झगड़ रही थी, कि रोटी कौन खाएगा।

रोटी को देखकर बंदर की भूख और बढ़ गई उसके मुंह में पानी आने लगा। उसने सोचा किसी तरह इन बिल्लियों को बेवकूफ बनाकर रोटी ले लूं तो मेरी भूख शांत हो सकती है। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि क्या करें।

थोड़ी देर सोचने के बाद उसे एक उपाय सूझा। वह तुरंत पेड़ से नीचे उतर कर बिल्लियों के पास पहुंच गया। बंदर ने कहा तुम दोनों आपस में क्यों लड़ रही हो, ऐसा क्या हो गया। लड़ाई करना अच्छी बात नहीं है।

मुझे बताओ शायद मैं तुम्हारी समस्या का समाधान कर दूं। बिल्लियों ने बंदर को देखा और कहा तुम यहां से चले जाओ, हमें तुम्हारी कोई जरूरत नहीं, हम आपस में समझ लेंगे।

बंदर बोला यदि तुम आपस में समझ लेती, तो इतनी देर से क्यों बहस कर रही हो, मैं तो तुम लोगों का झगड़ा सुनकर तंग आ गया। ऊपर पेड़ पर आराम से सो रहा था, तुम लोगों ने मुझे जगा दिया, तो मैंने सोचा कि चलकर देखता हूं कि क्या बात है?

एक बिल्ली ने कहा ठीक है, तो तुम ही बताओ कि यह रोटी मैंने चुराई है, तो इसे मैं खाऊंगी ना? दूसरी बिल्ली ने कहा या गलत बोल रही है, यह रोटी मैंने चुराई है, इसे चुराते वक्त मुझे मार भी पड़ी है, तो यह रोटी मेरी है।

बंदर ने कहा ठीक है, तुम लोग अब और झगड़ा मत करो, मेरे पास तुम लोगों की इस समस्या का एक समाधान है यदि तुम लोग तैयार हो तो मैं बताऊं? बिल्लियों ने कहा ठीक है बताओ।

क्यों ना तुम लोग इसे आपस में आधा-आधा बांट लो। बिल्लियों ने कहा यह उपाय तो अच्छा है, क्यों ना तुम ही इसे आधा-आधा बांट दो हम दोनों के बीच।

बंदर ने रोटी के दो हिस्से किए और बिल्लियों को दे दिया। उसने बड़ी चालाकी से रोटी के एक हिस्से को बड़ा तोड़ा और दूसरे को छोटा।

रोटी के टुकड़े को देखकर एक बिल्ली ने कहा यह गलत है, उसका वाला रोटी का टुकड़ा ज्यादा बड़ा है, और मेरा छोटा है।

तभी बंदर ने कहा अच्छा ठीक है ऐसी बात है तो मैं इसे बराबर कर देता हूं। बंदर ने बड़े वाले रोटी के टुकड़े से थोड़ा सा रोटी का टुकड़ा तोड़ा और उसे खा लिया। बोला अब ठीक है ना?

तभी दूसरी बिल्ली ने कहा, यह गलत है, उसका वाला ज्यादा बड़ा है और मेरा अब छोटा हो गया। बंदर ने फिर दूसरी बिल्ली की रोटी से टुकड़ा तोड़ा और उसे खा लिया।

इसी तरह बार-बार रोटी के टुकड़े को बराबर करने के चक्कर में बिल्लियां आपस में लड़ती रही, और बंदर रोटी खाता रहा।

पूरी रोटी खाकर बंदर फिर पेड़ पर चढ़ गया। बिल्लियों ने कहा यह क्या तुमने तो सारी रोटी खा ली? तुम तो इसे हम लोगों में बांटने वाले थे? अब हमारा क्या होगा हमने इतनी मेहनत से इसे चुराया था और तुमने हमें मूर्ख बनाकर सारी रोटी खा ली।

तो बंदर ने कहा तुम लोग मूर्ख हो स्वयं ही इस रोटी को बांट लेती, तो तुम्हारा पेट भर जाता। लेकिन तुम लोग लालच में आकर झगड़ने लगी। इससे मेरा फायदा हो गया, और मुझे बिना मेहनत के रोटी खाने को मिल गई। 

आगे से यह सबक याद रखना, दो लोगों की लड़ाई में हमेशा तीसरे का फायदा होता है मूर्खों की लड़ाई में हमेशा समझदार व्यक्ति का फायदा होता है।

बंदर और दो बिल्लियों की कहानी से सीख । Moral of the Two Cats and Monkey Story in Hindi or Bandar aur Billi ki Kahani

Billi aur Bandar ki Kahani कहानी का नैतिक शिक्षा या सबक यह है कि लालच और स्वार्थ से नुकसान हो सकता है, जबकि साझा करने और एक साथ काम करने से सफलता मिल सकती है।

Bandar aur Billi ki kahani बताती है कि कैसे बिल्लियों की लड़ाई और एक साथ काम करने में असमर्थता के कारण उन्हें रोटी गंवानी पड़ी, जबकि बंदर की चतुराई और साझा करने की इच्छा (cleverness and willingness to share) के कारण उसे सारी रोटी मिल गई। यह बच्चों को सहयोग, निष्पक्षता और उदारता का महत्व (importance of cooperation, fairness, and generosity) सिखाता है।

अपने बच्चों को ऐसी ही सुंदर और मजेदार बेड टाइम स्टोरीज सुनाने के लिए हमारे Bedtime Stories for Kids in Hindi को पढ़ना ना भूलें।

आँचल बृजेश मौर्य चाय के पल की संस्थापक के साथ-साथ इस वेबसाइट की प्रमुख लेखिका भी है। उन्होंने ललित कला (फाइन आर्ट्स – Fine Arts) में स्नातक, संगीत में डिप्लोमा किया है और एलएलबी की छात्रा (Student of LLB) है।ललित कला (फाइन आर्ट्स) प्रैक्टिस और अपनी पढ़ाई के साथ साथ, आंचल बृजेश मौर्य विभिन्न विषयों जैसे महिला सशक्तिकरण, भारतीय संविधान, कानूनों और विनियमों इत्यादि पर ब्लॉग लिखती हैं। इसके अलावा उनकी रुचि स्वरचित कहानियां, कविताएं, बच्चों के लिए कहानियां इत्यादि लिखने में है।

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