तेनालीराम और दो चोर। Tenali Rama and Two Thieves Story in Hindi:
इस मनोरम कहानी में तेनाली रामा और दो चोरों (Tenali Rama and Two Thieves Story in Hindi) के साथ एक रोमांचक यात्रा शुरू करें। इस कहानी के माध्यम से पता करें कि कैसे तेनाली रामा की चतुराई और बुद्धिमत्ता सच्चाई को उजागर करती है और दोनों चोरों को मात देती है।
तेनालीराम और दो चोर। Tenali Rama and Two Thieves Story
Table of Contents
राजा कृष्णदेवराय जो की अपनी न्याय प्रियता के लिए जाने जाते थे, एक दिन अपने जेल का सर्वेक्षण कर रहे थे। वहाँ उन्हें दो कैदी मिले, जो उससे दया की भीख माँग रहे थे। कैदियों ने राजा कृष्णदेवराय को बताया कि वे एक सातिर चोर हैं, और वे अन्य चोरों को पकड़ने में राजा की मदद कर सकते हैं।
राजा कृष्णदेवराय दयालु और समझदार थे। उन्होंने उनसे कहा कि वह उन्हें छोड़ देंगे और उन्हें अपना जासूस बना देंगे। लेकिन उनकी एक शर्त है?
उन्हें सबसे पहले, तेनालीराम के घर में घुसना पड़ेगा और सारा कीमती सामान चुराना पड़ेगा?
चोरों ने इस बात पर आसानी से हामी भर दी।
रात को चोर तेनालीराम के घर गए और झाड़ियों के पीछे छिप गए। तेनालीराम अपने बगीचे में टहल रहे थे। उन्होंने झाड़ियों में आहट सुनी। वह जानते थे की बगीचे में चोर हैं।
वह अंदर गए और अपनी पत्नी से जोर जोर से बोलने लगे, और कहा कि घर में बहुत सारा कमती सामान है, तो हमें सावधान रहना चाहिए। मैंने सुना है कि दो चोर जेल से भाग गए हैं।
सभी कीमती सामानो को एक बड़े से ट्रंक में भर दो और मैं छुपा देता हूं। झाड़ियों में छिपे चोरों ने इस बातचीत को सुन लिया। कुछ देर बाद तेनालीराम ने एक बड़े से ट्रंक को उठाया, और घर के पीछे उसे कुएं में फेंक दिया।
जैसे ही तेनालीराम ट्रंक को कुएं में फेंक कर अपने घर गए, चोर कुएं के पास गए और कुएं में से पानी निकालने लगे। वे चोर रात भर पानी निकलते रहे और सुबह कुएं में ट्रंक का पता चला। वे खुश हो जाते हैं और जल्दी से ट्रंक को बाहर निकाल कर खोलते हैं और उसमें पत्थर पाते हैं।
तेनालीराम बाहर आए और उन्होंने चोरों को रात की अच्छी नींद और उनके बगीचे में पौधों को पानी देने के लिए धन्यवाद दिया।
चोरों को पता चल गया की तेनालीराम ने उन के साथ खेल खेला है, और चोरों ने तेनालीराम से माफी मांगी।
तेनालीराम और दो चोर कहानी से शिक्षा। Moral of the Tenali Rama and Two Thieves Story in Hindi
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें कभी भी झूठे वादे नहीं करने चाहिए और सामने वाले को कभी मुर्ख नहीं समझना चाहिए।
ऐसे ही अन्य चतुर तेनालीराम की मजेदार कहानियां पढ़ने के लिए हमारे Tenali Rama Story in Hindi वेबपेज को विजिट करना और पढ़ना ना भूले।
Leave a Reply