आज त भइया बड़ी मजा बा। Aaj ta bhaiya badi maja ba: A swarachit kavita in hindi
Aaj ta bhaiya badi maja ba एक खूबसूरत स्वरचित कविता (swarachit kavita in hindi) है जो उस आदमी की खुशी का जश्न दर्शाती है जिसकी पत्नी मायके गई हुई है।
यह मर्मस्पर्शी कविता पति की मुक्ति की भावना के एक पहलू को दिखलाती है जो दिनचर्या से अलग होने और जीवन के सरल सुखों का आनंद लेने से आती है। तो आइए हास्य पद कविता का आनंद लें।
आज त भइया बड़ी मजा बा। Aaj ta bhaiya badi maja ba: A swarachit kavita
आज त भईया बड़ी मजा बा, ख़ुशी जौ हमका आज मिलल बा । रोज-रोज के झिक-झिक से त, आज मिलल बा फुर्सत । मेहरारू हमार गईल बा मइके, लइकन क का जुर्रत ll आज त.....
खाना क का बात तू कइल, बर्तन तक ना छुईबे । पोछा तक त छोड़ा भईया, कपड़ा तक ना धोइबे । लैंप में आजू ना तेल नाइब, आज न चिराग़ जलाइब । अनिहारे में बईठ के भईया इलू -ईलू गाईब ll आज त...
एक दिनां जौ हमै मिलल हौ, धौंस हम आपन जमाईब । लइकन जब खाना मगिहैं त डांट के ओनहन के भगाईब । आजू क हम राजा बाटी काल क काहें सोंची, ख़ुशी जौ हमका आज मिलल बा जी भर के हँस हम लेहिं || आज तो भईया बड़ी मजा बा......
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